आईएनएस विंध्यागिरी देश के दुश्मनो पर नजर रखने के लिए एक और ऑख तैयार
हमारी नौसेना अब और मौजबूत होगी क्योकी देश को मिला अत्याधुनिक जहाज INS Vindhyagiri जिसको देश की राष्ट्रपति द्वारा उद्धाटन किया गया है। उद्धाटन के समय पं. बंगाल के मुख्यमंत्री और राज्यपाल दोनो लोग मौजूद थे। देश के पड़ोशी देश चीन और पाकिस्तान पर नजर रखने के लिए एक और ऑख तैयार हो चुकी है इससे देश की समुद्री क्षमता और भी बढ़ जायेगी। अब हमारे पड़ोशी देश या समुद्र में जो भी हलचल होगी वो और भी जल्दी पता चल जायेगा। देश के राष्ट्रपति के साथ पूरा देश इस बात से खुश है कि यह जहाज जो देश की निगरानी करेगा वह देश में निर्मित पार्ट के द्वारा बनाया गया है। आईएनएस विंध्यगिरी देश का स्वदेशी जहाज है क्योकि इसमे 75 प्रतिशत पार्ट देश में बने हुए है। भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट-17 अल्फा के तहत बनाए जाने वाला सात जहाजों मे से यह छठा जहाज है। पूरान विंध्यागिरी जहाज देश को 31 साल तक सेवा दिया था। उसके स्थान पर इसे विंध्यागिरी का निर्माण किया गया है जो आधुनिक टेक्नालॉजी और हथियार से लैस है। आइये जानते है इस जहाज की खुबीयों क बारे
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हुगली नदी के किनारे स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड के परिसर में उद्धाटन किया गया है।
- इस अवसर पर प. बंगाल की ममता बनर्जी और वहां के राज्यपाल सीवी आनंद बोस मे मौजूद रहे।
- प्रोजेक्ट अल्फा के तहत 2019 से 2022 तक पांच युद्धपोत बनाए गये।
- इसकी लंबाई 150 मीटर और ऊचाँई 37 मीटर है
- समुद्र की लहरो पर यह करीब 28 नॉट्स करीब 52 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगा।
- ये अपने साथ 6 हजार 670 टन वजन के सामान ले जा सकता है।
- यह बरॉक-8 मिसाइल को लांच करने में सक्षम है।
- INS Vindhyagiri पर देश की खतरनाक मिसाइल ब्रह्मोस को लांच कर सकते है।
- इसमे आधुनिक रडार सिस्टम और एंटी सब मरीन सिस्टम है जिसके द्वारा अन्य जहाज या मिसाइल को ट्रैस किया जा सके।
- इस युद्धपोत का नाम कर्नाटक के पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है।
- इसमे आधुनिक रडार सिस्टम और एंटी सब मरीन सिस्टम है जिसके द्वारा अन्य जहाज या मिसाइल को ट्रैस किया जा सके।
आप सभी हमारे द्वारा बनाया गया INS Vindhyagiri का यह भाग कैसा लगा कमेंट करके जरुर बताये ।
हमारे द्वारा बनाये गये कन्टेंट को पढ़ने के लिए धन्यबाद