लीवर Liver-
Liver शब्द की उत्पत्ती ग्रीक शब्द Hepar से हुई है। इसलिए लीवर से सम्बन्धित विषयो को Hepato, Heatic कहा जाता है। इसको हम यकृत, लीवर,जिगर, कलेजा के नाम से जानते है। यह मनुष्य के शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। जिसका वजन लगभग 1.5 किग्रा से 2 किग्रा तक. होता है। त्वचा के बाद दूसरा सबसे बड़ा अंग है जिसका रंग लाल या भूरा होता है। हमारे शरीर में लीवर एक ऐसा अंग है जो पुनः उत्पन्न हो सकता है और भी लीवर के बारे में बहुत सी बाते है आइये लीवर में बारे विस्तार से जानते है।
लीवर किसे कहते है (What is the Liver)-
मनुष्य के शरीर का सबसे बड़ा ग्रंथी होता है के जो अपने आप को पुनः उत्तपन्न कर सकता है डायफ्राम के निचे दाहिनी ओर स्थित होता है। यह एक कशेरुक या रीढ़ की हड्डी वाले जानवरो में मौजूद रहता है। जो चयापचय में मदद करता है। यह शरीर के वजन को बनाने के लिए वसा को जलाने का काम करता है और पित्त रस का निर्माण करती है।
यकृत का मुख्य कार्य Main work of Liver –
हमारा यकृत लगभग 300 से अधिक कार्य करता है जो लीवर में पाचन के क्षेत्र में बहुत ही महत्पूर्ण योग दान करता है क्योकि यकृत द्वारा पित्त रस का निर्माण किया जाता है। जो भोजन के बचाने में सहायता करता है। इसके अलावा यह विषाक्त पदार्थ को अलग करता है, प्रोटीन पोषण की मात्रा को संतुलन करता है, ग्लोकोज को ऊर्जा में बदलता है।
यकृत फिर से उत्तपन्न हो सकता है Liver can regenerate-
हमारे शरीर में लीवर एक ऐसा अंग है जो पुनर्जन्म ले सकता है। 2009 में जर्नल ऑफ सेल फिजियोलॉजी के अध्यन के अनुसार अगर किसी व्यक्ति का यकृत का कुछ भाग दान कर दिया जाता है तो कुछ ही हफ्तो में लीवर अपने आप को दोबारा मूल अवस्था में लेकर आ जाता है।
लिवर स्थित होता है-
यह हमारे शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है जो पेट के दाहिने में डायाफ्राम के निचे स्थित होता है।
लीवर में विटामिन-
यकृत में विभिन्न विटामिन जैसे विटामिन A D E K और B12 जमा होता है इसके अलावा लोटा और ताबां भी होता है।
यकृत के भाग-
यकृत दो भाग से मिलकर बना होता है। एक को बाया लोब तथा दूसरे को दाया लोब कहते है। दाया लोब बाये से बड़ा होता है। ये पेटोनियम नामक झिल्ली से ढका होता है।
यह छोटे छोटे Lobules का बना होता है जिसको गिलसन्स कैप्सूल कहते है।
यकृत हेपाटिक सेल (Liver Hepatic Cells)-
हमारा यकृत Hepatic Cell का बना होता है जो लीवर में पाये जाने वाली सभी सेल का 60 प्रतिशत होता है। पित्त कोशिका इसी के बीच में होता है। जहां से पित्त रस निकलता है। पित्त कोशिका के बीच एक बिशेष प्रकार का सेल पाया जाता है। जिन्हे कुफर कोशिका कहते है।
लीवर से संबन्धित बिमारी Liver disease-
लीवर से जो बीमारी होती है वह आनुवांशिक हो सकती है। यदि हमारा लीवर डिसबलैंस होता है. तो पूरे शरीर की कार्य शैली बिगड़ जाती है। हमारी लीवर डिसबलैंस होने का कारण सही खान पान न होना । आइये जानते है लीवर से संबन्धित कुछ बीमारीयों के बारें
फैटी लीवर-
जब लीवर में अधिक वसा जमा हो जाता है तो इसे फैटी लीवर कहते है।
हेपेटाइटिस ए-
यह वायरस से होने वाला लीवर संक्रामक रोग है। यह लीवर में सूजन पैदा करता है और लीवर के काम करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
हेपेटाइटिस बी-
इस बीमारी को क्रोनिक हेपेटाइटिस भी कहते है। जो व्यक्ति इस बिमारी से पीड़ित होते है वह कुछ समय के लिए बेहतर महसूस करता है जिसे एक्यूट हेपेटाइसिस कहा जाता है।
हेपेटाइटिस सी
यह बीमारी सभी हेपेटाइटिस मे सबसे खतरना है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति भी वायरस से संक्रमित होता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को पता ही नही चलता कि वह हेपेटाइटिस सी से पीड़ित है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का जिगर संक्रमित होता है।
पीलिया
पीलिया को जॉन्डिस के नाम से जानते है। यह बिलीरुबिन नामक पदार्थ से होता है जिसका निर्माण शरीर के ऊतकों और रक्त में होता है। शरीर में जब लाल रक्त कोशिकायें जब टूट जाती है तब पीले रंग का बिलीरुबिन नामक पदार्थ बनता है और जब यह फिल्टर होकर शरीर से बाहर नही जा पाता है तो पीलिया नामक बीमारी का जन्म होता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का बिलीरुबिन का स्तर 3 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से ऊपर बढ़ जाता है।
सिरोसिस
सिरोसिस यकृत सबसे गंभीर बीमारी है, इस बीमारी का इलाज लीवर प्रत्यारोपण के अलावा और कोई नहीं है। इस बीमारी में यकृत कोशिकाएं बड़े पैमाने पर समाप्त हो जाती हैं और उनके स्थान पर फाइबर तंतुओं का निर्माण हो जाता है।इसके कारण होने वाली क्षति को सही नही किया जा सकता है। अभी तक इस बीमारी का इलजा ने ढूढा जा सका है।
लिवर कैंसर-
जैसा कि नाम से पता चलता है कैंसर सबसे खतरनाक बीमारी है यकृत कैंसर में लोगो को पता नही चलता है यह लिवर की कोशिकाओं से शुरु होता है और उन्हो नष्ट कर देता है।
लिवर का परीक्षण-
जब कोई व्यक्ति लिवर के बीमारी से पीड़ित होता है तो बीमारी का सही अनुमान लगाने के लिए विभिन्न परीक्षण किया जाता है। जैसे-
रक्त का परीक्षण ,इमेजिंग टेस्ट
विविध-
- यकृत मनुष्य के शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है।
- यह शरीर के भार का 1/50 होता है बच्चो में इसका भार 1/20 होता है।
- यह उदरगुहा धमनी की शाखा है।
- त्वचा के बाद लीवर शरीर का सबसे बड़ा ग्रंथि है।
- लसीका के निर्माण का प्रमुख केन्द्र यकृत है।
- लीवर शरीर का एक मात्र ऐसा अंग हो जो अपने आप को पूनः निर्माण कर सकता है।
- लीवर शरीर के अंदर 500 प्रकार के विभिन्न काम को करता है।
- हिपैरिन और फाइबिन्रोजेन नामक प्रोटीन का उत्पादन यकृत में होता है।
- आरबीसी के मृत्य के बाद उसको नष्ट यकृत द्वारा किया जाता है।
- यह ग्लूकोज को इन्सूलिन हार्मोन की उपस्थित में ग्लाइकोजन में बदल देता है और यकृत में संग्रहित कर देता है. इस प्रासेस को ग्लाइकोजेनसिस प्रासेस कहते है।
- इस ग्लाइकोजन को ग्लूकाजेन हार्मोन के उपस्थित में ग्लूकोज में बदलता है। इस प्रासेस को ग्लाइकोजेनलसिस प्रासेस कहते है।
- यह भोजन को अम्लीय से क्षारीय बनाता है।
- यकृत कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व वसा के उपापचय में सक्रिय भाग लेता है।