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All information about the Rajasthan

GK के इस भाग में हमने राजस्थान के महत्वपूर्ण भाग को कवर किया है Rajasthanके इस टापिक द्वारा हर वह व्यक्ति तैयारी कर सकता है जो राजस्थान के किसी परीक्षा की तैयारी कर रहा है यदि आप को यह टापिक अच्छा लगा हो तो इसे लोगो में शेयर करे और यदि राज्य से सम्बन्धि को प्रश्न पूछना चाहते है तो कमेन्ट बाक्स उस प्रश्न को टाइप कर सकते है। उस जबाव मै जल्द जल्द से देने की प्रयास करुगां।

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1 राजस्थान Rajasthan

राजस्थान Rajasthan

निर्माण – 30 मार्च 1949

राजधानी- जयपुर

जिलो की संख्या- 33

मुख्यमंत्री- अशोक गहलोल

राज्यपाल- कलराज मिश्र

राज्यसभा- 10

लोकसभा – 25

विधानसभा- 200

उच्च न्यायलय- राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर

राजस्थान इतिहास Rajasthan History-

जिसे प्राचीन समय में राजपूताना के नाम से जानते थे। राजपूताना नाम 1800 ई. में जार्ज थामस द्वारा दिया गया था। 26 जनवरी, 1950 को इस प्रदेश का नाम राजस्थान स्वीकृत किया गया।

क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है जिसका कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर में है जहां पर जिलो की संख्या 33 है।

राजस्थान का सबसे छोटा जिला धौलपुर है।

थार रेगिस्तान-

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यह भारतीय महाद्वीप का सबसे बड़ा मरुस्थल है। जो विश्व का 17वॉ सबसे बड़ा मरुस्थल है। यह मरुस्थल 200000 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इस मरुस्थल का 85 प्रतिशत भाग भारत में बाकी हिस्ता पाकिस्तान में है। इस मसुस्थल का 60 प्रतिशत से अधिक भाग राजस्थान में बाकी पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा आदि राज्यो में फैला है।

राजस्थान की भाषा-

जिस प्रकार हर राज्य की अलग अलग भाषा है उसी प्रकार राजस्थान की आधिकारिक भाषा राजस्थानी है इसके अलावा यहां पर बोली जाने वाली हिन्दी,उर्दू, पंजाबी,सिन्धी,संस्कृत और गुजराती है।

राजस्थान का पोशाक-

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महिला पोशाक Woman Dress

यहां की महिलाएं लगभग हमेशा घाघरा चोली ओढ़नी का इस्तेमाल करती है लेकिन यदि कोई शादी हो या त्योहार तो इनकी पोशाक और आभुषण पुरे देश में सबसे अलग है।

पुरुष पोशाक Male Dress-

राजस्थान के पुरुषो का पोशाक भी अलग है यहां के लोग पगड़ी को अपनी शान समझते है इशलिए यहां पर विभिन्न प्रकार के पकड़ी का इस्तेमाल करते है जैसे- मोठडा पगड़ी, लहरिया,राजशाही पगड़ी, पगड़ी मदील, पगड़ी केसरिया, फूलमती पगड़ी, मोटी पट्टेदार पगड़ी।

इसके अलवा ये अपने शरीर को ढकने के लिए विभिन्न प्रकार के वस्त्र का इस्तेमाल करते है जैसे- चौगा,अंगरखी,जामा,आत्मसुख,पटका,खोयतू, धोती आदी

राजस्थान का परिधान पूरे विश्व में सबसे अलग है इनके परिधान से इनकी पहचान बनती है।

पक्षी बिहार Bird Bihar-

  • सरिस्का केवला रणथम्मौर पक्षी बिहार
  • बूंदी उत्सव राजस्थान में मनाया जाता है।
  • भारत का पहला अंगदाता स्मारक राजस्थान में स्थित है।
  • स्टैचू ऑफ पीस राजस्थान में है।
  • एक पौधा स्वपोषित बेटी के नाम राजस्थान में शुरु किया गया
  • बीएसएफ ने ऑपरेशन सर्द हवा यही शुरु किया है।
  • 100 प्रतिशत टीकाकरण वाला राजस्थान का पहला राज्य प्रतापगढ़ बना है।
  • सभी परिवार को राजस्थान सरकार द्वारा जड़ी बूटी बाटने का कार्यक्रम राजस्थान ने शुरु किया है।
  • राजस्थान स्थापना दिवस-

राजस्थान अपनी स्थापना दिवस 30 मार्च को मनाता है। 30 मार्च 1949 को ही राजस्थान राज्य का गठन हुआ था। तब इस इस तारीख को राजस्थान स्थापना दिवस के रुप में मनाया जाता है।

अबतक राजस्थान के मुख्यमंत्री-

क्र.सं. मुख्यमंत्री पदभार पदमुक्ति
1 हीरालाल शास्त्री 7 अप्रैल 1949 5 जनवरी 1951
2 सी एस वेंकटाचारी 6 जनवरी 1951 25 अप्रैल 1951
3 जय नारायण व्यास 26 अप्रैल 1951 3 मार्च 1952
4 टीका राम पालीवाल 3 मार्च 1952 31 अक्टूबर 1952
5 जय नारायण व्यास 1 नवम्बर 1952 12 नवम्बर 1954
6 मोहन लाल सुखाड़िया 13 नवम्बर 1954 11 अप्रैल 1957
7 मोहन लाल सुखाड़िया 11 अप्रैल 1957 11 मार्च 1962
8 मोहन लाल सुखाड़िया 12 मार्च 1962 13 मार्च 1967
राष्ट्रपति शासन 13 मार्च 1967 26 अप्रैल 1967
9 मोहन लाल सुखाड़िया 26 अप्रैल 1967 9 जुलाई 1971
10 बरकतुल्लाह खान 9 जुलाई 1971 11 अगस्त 1973
11 हरिदेव जोशी 11 अगस्त 1973 29 अप्रैल 1977
राष्ट्रपति शासन 29 अप्रैल 1977 22 जून 1977
12 भैरोंसिंह शेखावत 22 जून 19977 16 फरवरी 1980
राष्ट्रपति शासन 16 फरवरी 1980 6 जून 1980
13 जगन्नाथ पहाड़िया 6 जून 1980 13 जुलाई 1981
14 शिवचरण माथुर 14 जुलाई 1981 23 फरवरी 1985
15 हीरा लाल देवपुरा 23 फरवरी 1985 10 मार्च 1985
16 हरिदेव जोशी 10 मार्च 1985 20 जनवरी 1988
17 शिवचरण माथुर 20 जनवरी 1988 4 दिसम्बर 1989
18 हरिदेव जोशी 4 दिसम्बर 1989 4 मार्च 1990
19 भैरोंसिंह शेखावत 4 मार्च 1990 15 दिसम्बर 1992
राष्ट्रपति शासन 15दिसम्बर 1992 4 दिसम्बर 1993
20 भैरोंसिंह शेखावत 4 दिसम्बर 1993 29 नवम्बर 1998
21 अशोक गहलोत 1 दिसम्बर 1998 8 दिसम्बर 2003
22 वसुन्धरा राजें सिंधिया 8 दिसम्बर 2003 11 दिसम्बर 2008
23 अशोक गहलोत 12 दिसम्बर 2008 13 दिसम्बर 2013
24 वसुन्धरा राजें सिंधिया 13 दिसम्बर 2013 16 दिसम्बर 2018
25 अशोक गहलोत 16 दिसम्बर 2018 पदस्थ

राजस्थान राज्य के राज्यपालो की सूची-

क्र. स. राज्यपाल का नाम
1 राजप्रमुख सवाई मानसिंह
2 सरदार गुरमुख निहाल सिंह
3 डॉ. संपूर्णानन्द
4 सरदार हुकुंम सिंह
5 न्यायमूर्ति जगत नरायण सिंह (कार्यवाहक)
6 सरदार हुकुम सिंह
7 सरदार जोगिंदर सिंह
8 न्यायमूर्ति वेदपाल त्यागी( कार्यवाहक)
9 श्री रघुकुल त्यागी
10 न्यायमूर्ति कल्याण दत्त शर्मा(कार्यवाहक)
11 एयर चीफ मार्शन ओ.पी. मेहरा
12 न्यायमूर्ति पी.के. बनर्जी(कार्यवाहक)
13 एयर चीफ मार्शन ओ.पी. मेहरा
14 न्यायमूर्ति डी.पी. गुप्ता (कार्यवाहक)
15 वसंत राव पाटिल
16 न्यायमूर्ति जगदीश शरण वर्मा(कार्यवाहक)
17 श्री सुखदेव प्रसाद
18 न्यायमूर्ति जगदीश शरण वर्मा(कार्यवाहक)
19 श्री सुखदेव प्रसाद
20 श्री मिलाप चंद जैन कार्यवाहक
21 श्री प्रो. देवी प्रसाद चट्टोपाध्याय
22 डॉ. स्वरुप सिंह( कार्यवाहक)
23 श्री डॉ. एम चेन्ना रेड्डी
24 श्री धनिकलाल मण्डल( कार्यवाहक)
25 श्री बलिराम भगत
26 सरदार दरबारा सिंह (कार्य काल के दौरान मृत्यु)
27 श्री एन. एल. तिबरेबल(कार्यवाहक)
28 न्यायमूर्ति श्रीमान अंशुमान सिंह
29 श्री निर्मलचन्द्र जैन (कार्यकाल के दौरान मृत्यु)
30 श्री कैलाश मिश्र(कार्यवाहक)
31 श्री मंदन लाल खुराना
32 श्री टी.वी राजेश्वर (कार्यवाहक)
33 श्रीमती प्रतिभा पाटिल (राजस्थान की पहली महिला राज्यपाल)
34 डॉ. ए. आर किदवई कार्यवाहक
35 श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह (कार्यवाहक) (कार्यकाल के दौरान मृत्यु)
36 श्री मति प्रभा राव(कार्यवाहक)
37 श्री मती प्रभा राव (कार्यकाल के दौरान मृत्यु)
38 श्री शिवराज पाटिल(कार्यवाहक)
39 श्री मती मार्गेट अल्वा
40 श्री राम नाइक (कार्यवाहक)
41 श्री कल्याण सिंह
42 श्री कलराज मिश्र

राजस्थान के पर्यटन स्थल Rajasthan Tourist Place –

माउन्ट आबू-

माउन्ट आबू जिसे हिल स्टेशन के नाम से जानते है राजस्थान का प्रमुख पर्यटन स्थल है यहां पर प्राकृतिक का अदभुत नजारा देखने को मिलता है। इसके साथ ही यह धार्मिक स्थलो के लिए प्रसिद् है क्यो कि यहाम पर अनेक मंदिर है और जैनियो के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलो में से एक है। माउन्ट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है

यदि पर्यटन के नजर से देखा जाय तो भारत आने वाला हर विदेशी शैलानी राजस्थान में जाना चाहता है। ऐसा इसलिए है कि राजस्थान में ऐसे बहुत से जगह है या कह सकते है कि राजस्थान का हर जिला पर्यटन के नजर से बहुत ही सुन्दर है यहां पर जो दुर्ग है लगभग हर जिले में मौजूद है इसके अलावा कई पौराणिक मंदिरो भी है लेकिन मै आप सभी को कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के बारे में बता रहा हूँ।

राजस्थान की राजधानी जयपुर-

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राजस्थान की राजधानी जयपुर को पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्यटन का प्रमुख स्थल है। यह शहर अपनी शाही किले, महलों, प्राचीन इमारतों और दुनिया के कई आकर्षक होटलों की वजह से राज्य का प्रमुख पर्यटन शहर है। जयपुर में स्थित विशाल किले और महल को देखने के लिए दुनिया भर के लोग यहां आते है।इसके अलावा जयपुर देखने लायक जंतर मंतर,अंबर फोर्ट, जयगढ़ फोर्ट, हवा महल,जलमहल,रामबाग पैलेस

जोधपुर-

यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जो रेगिस्तान के बीचो बीच में बसा है। इस शहर की स्थापना 1459 में राठौड़ राजपुत शासक मारवाड़ के राव जोधा सिंह द्वारा किया गया था। जोधपुर को सन सिटी कहते है ऐसा इसिलिए कहा जाता है क्योकि यहां पूरे साल अज्वल धूम का मौसम होता है। इसे ब्लू सिटी भी कहा जाता है क्योकि यहां के सभी घर नीले रंग में दिखते है। विशेषज्ञो के अनुसार लोग अपने घरो को नीले रंग इसलिए करते है अधिक गर्मी से बच सके । यह शहर सुर्योदय और सुर्यास्त के समय बहुत ही खुबसूरत लगता है।

जोधपुर में घुमने लायक स्थान घंटाघर,मोती महल,मेहरागढ़ किला,मंडोर गार्डन,फन वर्ल्ड,उम्मेद भवन पैलेस आदि

उदयपुर-

इस शहर की स्थापना 1553 ई. में सिसोदिया राजपूत शासक महाराणा उदय सिंह द्वितिय द्वारा किया गया था। इस शहर को

वेनिस ऑफ द ईस्ट नाम दिया गया है अथवा इस शहर को झीलो की नगरी कहा जाता है और यह अरावली की पहाड़ियो से घिरा है। यहां का सबसे प्रसिद्ध एरिया लेक पैलेस है। एशिया की दूसरी मानव निर्मित मीठे पानी की झील उदयपुर में है। यहा पर और पापुलर स्थान सिटी पैलेस, जग मन्दिर, मानसून पैलेस,सासु बहु मंदिर आदि बहुत सारे स्थान है।

अजमेर-

अजमेर राजस्थान का प्रमुख धार्मिक स्थल है जो पुष्कर के पास स्थित है। यह हिन्दू तथा मुसलमान दोनो का तीर्थ स्थल है। इन दोनो प्रमुख तीर्थ स्थलो पर दुनिया भर के लोग आते है।

सवाई माधोपुर-

इसकी स्थापना 1763 ई. में सवाई माधोसिंह जो कछवाहा राजपूतो के महाराजा थे के द्वारा किया गया था। यह एरिया रणथम्भौर किला औऱ रणथंम्भौर राष्ट्रीय उद्यान के लिए प्रसिद्ध है। यह एरिया युनेस्को की विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा है। इसके अलावा यहा पर देखने के लिए सुनहरी कोठी, जामा मस्जिद, कैला देवी मंदिर आदि के लिए प्रसिद्ध है।

राजस्थान के पड़ोसी राज्य Neighboring state of Rajasthan-

राजस्थान की सीमा 5 राज्यो से लगती है जिसमें से गुजरात,पंजाब,हरियाणा,मध्यप्रदेश तथा उत्तर प्रदेश है।

राजस्थान के पड़ोसी देश Neighboring country of Rajasthan-

राजस्थान अपनी सीमा को पड़ोसी देश पाकिस्तान से साझा करता है।

राजस्थान में बहने वाली नदी River in Rajasthan-

राजस्थान का दक्षिण पूर्वी भाग जो काफी उपजाऊ है कारण है यहां कि नदियां जो मध्य भारत से इस क्षेत्र में प्रवेश करती है

बहाव की दृष्टि से राजस्थान की नदियो को तीन भागो में बांटा गया है।

1-बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदी-

बंगाल की खाड़ी में जो नदिया गिरती है वो इस प्रकार है चम्बल, कुनु, मेज, पार्वती, बाणगंगा, कोठारी, बनास आदि

2-अन्तः प्रवाहित नदी

सागरमती, साबी, काकनी, रुपारेल आदि ।

3-अरब सागर में गिरने वाली नदी

लूणी,माही,सोम, जाखम, साबरमती, पश्चिमी बनास आदि मुख्य नदी है

राजस्थान में डैम Dam in Rajasthan-

राजस्थान की नदियो के पानी को रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के डैम का निर्माण किया गया है जिनका प्रयोग कई प्रकार से किया जाता है। आइये जानते है इन डैम के बारे में

गांधी सागर बांध-

इस बांध का निर्माण 1960 में चंबल नदी पर मध्यप्रदेश में किया गया है इस परियोजना में राजस्थान औऱ मध्यप्रदेश आधे आधे के भागीदार है।

जवाहर सागर बांध-

इस बांध का निर्माण 1962 से 1973 के मध्य कोटा के बोराबास गांव के निकट किया गया है। जिसकी सहायता से विद्युत का उत्पादन किया जाता है इसके अलावा इस बाध का प्रयोग कोटा व बूंदी क्षेत्र में रहने वाले लोगो को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है।

राणा प्रताप सागर बांध-

इस बांध का निर्माण कार्य 1970 में पूरा किया गया था। यह बांध चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है। यह बांध 1100 मीटर लंबा और 36 मीटर चौड़ा है। इस बांध पर कनाडा के सहयोग से परमाणु बिजली घर की स्थापना किया गया है।

यह बांध विश्व का सबसे सस्ता बांध जिसकी लागत 31 करोड़ में किया गया था

मेजा बांध-

इस बांध का निर्माण राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में कोठारी नदी पर किया गया है

माधव सागर बांध-

माधव सागर बांध दौसा नदी पर स्थित है

मोतीझील बांध-

इसे भरत पुर की लाइफलाइन भी कहा जाता है इस बांध का निर्माण रुपारेल नदी पर महाराजा सूरजमल जाट के द्वारा किया गया है इस बांध के द्वारा बाणगंगा तथा रुपारेल नदी का पानी उत्तरप्रदेश में निकाला जाता है।

बीसलपुर परियोजना-

यह बांध टोंक जिले में बीसलपुर गांव में बनास तथा डाई नदी के संगम पर 1987 में बनवाया गया है। इस परियजना के द्वारा ब्यावर किशनगढ़ नसीराबाद केकड़ी सरवाड़ जयपुर को पेयजल की आपूर्ति करता है। इस परियोजना द्वारा दो नहरे निकाली गयी है। यह परियोजना राजस्थान की सबसे बड़ी परियोजना है ।

राजस्थान के महत्वपूर्ण झील Important lake in Rajasthan-

राजस्थान देश का ऐसा राज्य है जहां पर प्राचीन समय से दोनो प्रकार की झीले पायी जाती है । जिसमे से खारे पानी की झीले राजस्थान के पश्चमी क्षेत्र में पायी जाती है जबकि मीठे पानी की झीले दोनो क्षेत्र में पायी जाती है। आइये जानते है राजस्थान की प्रमुख झीलो के बारे में

पिछोला झील-

यह उदयपुर की सबसे प्रसिद्ध झील है और काफी सुन्दर है।इस झील के बीच में जग मंदिर औऱ जग निवास महल है। जिसका प्रतिबिम्म झील में पड़ता है जिससे यह काफी सुन्दर लगता है।

इस झील का निर्माण 14वीं शताब्दी के अन्त में पिच्छू नामक एक बंजारे के द्वारा राणा लाखा के शासनकाल में करवाया गया था। इसकी लम्बाई 4 किमी तथा चौड़ाई 3 किमी है

फतेह सागर झील-

यह झील देवाली नामक गांव में है इसलिए इसे देवाली तालाब भी कहते है और इस झील की आधारशिला डय्कू ऑफ कनॉट द्वारा रखा गया था इसिलए इसे कनॉट झील भी कहते है। बाढ़ की वजह से यह क्षतिग्रस्त हो गया था जिसका मरम्त का काम फतेहसिंह द्वारा कराया गया था इसलिए इसे फतेह सागर झील भी कहते है इस झील के पास नेहरू उद्यान,सहेलियो का बगीचा,सौर वैद्यशाल और अंतरिक्ष का अध्यन हेतू टेलीस्कोप की स्थापना किया गया है।

अना सागर झील-

यह एक कृतिम झील है ।इस झील का निर्माण पृथ्वीराज चौहान के पितामह अरुणोराज या आणाजी चौहान द्वारा 1135 से 1150 में अजमेर में करवाया गया था। इसलिए इस झील का नाम अना सागर झील रखा गया है। यह झील लगभग 13 किमी में फैला है।

आन्नद सागर झील –

इस झील का निर्माण महाराजा जगमल सिंह की पत्नी लंची बाई द्वारा बंसवाड़ा में कराया गया था। यह एक कृत्रिम झील है यह झील बंसवाड़ा का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल में से एक है ।झील के पास ही छोटे पहाड़ा है जो इसकी खुबसूरती और बढ़ा देते है

सांभर झील-

यह झील जयपुर में है जो खारे पानी की झील है जो समुद्र तल से 1200 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। इस झील में तीन नदियां आकर गिरती है। इस झील का प्रयोग बड़े पैमाने पर नमक का उत्पादन किया जाता है

नक्की झील-

यह झील सिरोही जिले में माउन्ट आबू के पास स्थित है। यह राजस्थान की सबसे अधिक पर ऊँचाई पर स्थित झील है। कार्तिक पूर्णिमा को लोग स्नान कर लोग धर्म लाभ उठाते है ।

राजस्थान में लोकनृत्य Folk dance in  Rajasthan-

राजस्थान में प्रसिद्ध लोकनृत्य जो निम्म है

घुमर,कलबेलिया,भवाई,कच्ची गोडी,चारी,कटपुतली डांस,

राजस्थान की राजकीय पहचान State identity of Rajasthan-

  • राजकीय खेल- बास्केट बाल
  • राजकीय जानवर – चिन्कारा
  • राजकीय फूल – रोहिदा
  • राजकीय पक्षी – इंडियन बस्टर्ड
  • राजकीय वृक्ष – खेजरी

राजस्थान विविध-

राजस्थान की एक मात्र महिला मुख्यमंत्री बसुन्धरा राजे सिंधिया है।

भारत का सबसे बड़ा रेगिस्तान थार रेगिस्तान यही पर है

टाइगर रिजर्व के रुप में तीन टाइगर रिजर्व रणथम्मौर नेशनल पार्क, सरिस्का टाइगर रिजर्व, और मुकुन्द्रा हिल टाइगर रिजर्व है।

इंदिरा गांधी कैनाल जो भारत का सबसे लंबा कैनाल है यही पर है इसे पहले राजस्थान कैनाल भी कहा जाता था ।

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