राजमाता विजयाराजे सिंधिया पर जारी होगा सिक्का
जनसंघ की संस्थापक राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में सरकार द्वारा 100 रुपये का सिक्का जारी किया जायेगा।
12 अक्टूबर को इस सक्के का उद्घघाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जायेगा।
इसकी जानकारी मंत्री यशोधरा सिंधिया ने दिया ।
इसके सिक्के का वजन 35 ग्राम होगा।
यह सिक्के चार धातु से मिलकर बना होगा जिसमें 35 फिसदी चाँदी, 40 फीसदी ताबा 5 फिसदी जस्ता व 5 फिसदी निकल होगा।
राजामाता विजयाराजे सिंधिया भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक में से एक थी।
मसूद देश के पहले ऐसे सांसद रहे, जिन्हें उच्चतम न्यायालय द्वारा अपराधी घोषित किया गया। वह वर्ष 1990 और 1991 के बीच केंद्र की विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री रहे।
21 फरवरी 1941 में ग्वालियर के महाराजा जीवाजी राव सिंधिया से विवाह हुआ। पति के मृत्यु के बाद ये राजनीति में सक्रीय हुई।
परिवार-
विजयाराजे सिंधिया के पांच बच्चे थे
4 बेटी तथा एक बेटा था ।
सबसे बड़ी बेटी पद्यावती राजे सिंधिया थी जिनकी शादी त्रिपुरा के महाराजा किरीट देब वर्मन से हुई थी।
दूसरी बेटी ऊषाराजे सिंधिया जिनकी शादी नेपाल के शाही खानदान पशुपति शमशेर जंग बहादुर राणा से हुई।
तीसरे स्थान पर इनका बेटा माधवराव सिंधिया थे जो कांग्रेस सरकार में केंद्र में मंत्री थे।
चौथे स्थान पर इनकी बेटी बंसुन्धरा राजे सिंधिया जो राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी है।
पांचवे स्थान पर यशोधराराजे सिंधिया मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री है।
विजयाराजे सिंधीया द्वारा किया गया कार्य-
राजनीति में संक्रीय होने के बाद विजयाराजे सिंधीया 1957 से 1991 तक यह आठ बार सासंद रही