पाम ऑयल Palm oil इस समय चर्चा में इसलिए है क्योकि जिस देश द्वारा भारत सरकार पाम ऑयल को आयत करती थी उस देश ने इसको निर्यात करने से मना कर दिया है। यह फैसाला इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो द्वारा लिया गया है।
पाम ऑयल Palm oil-
पाम ऑयल का प्रयोग FMCG एवं सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनियो द्वारा बड़ी मात्रा में प्रयोग किया जाता है। इस पाम ऑयल का प्रयोग मुंह डालने पर पीघल जाने वाली टॉपी या चॉकलेट को बनाने में भी किया जाता है। आजकल इसका प्रयोग दुनिया भर में होटल या रेस्तरां में खाद तेल की तरह किया जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार पॉम ऑयल का उत्पादन पूरे विश्व में 8 करोड़ टन होता है।
इसके अलावा इसका प्रयोग खाद्य पदार्थ में भी किया जाता है
पाम ऑयल क्या होता है What is the Palm Oil-
यह ताड़ के पेड़ के बीजों से निकाला जाता है। इस प्रकार के तेल में कोई महक नही होता है इसलिए इसका प्रयोग हर प्रकार के खाने बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
पाम आयल का प्रयोग Used of Palm Oil-
पाम आयल का उपयोग निम्न तरह से करते है।
इसके द्वारा रसोई के तेल के उत्पदान में किया जाता है।
इसका प्रयोग सैम्पू, डिटर्जेंट, शैम्पू और टूथपेस्ट को बनाने में किया जाता है।
इसका उपयोग लिपिस्टिक को बनाने में किया जाता है।
इसका प्रयोग केक, चाकलेट और डोनेट बनाने में किया जाता है।
दुनिया के कुछ हिस्से में इसका प्रयोग बायोफ्युल बनाने में किया जाता है।
पाम आयल के उत्पादन में सरकार द्वारा सहयोग Production of Palm Oil provide the facility of Government –
जैसा कि आप सभी जान गय है कि पाम ऑयल का प्रयोग खाने से लेकर सौन्दर्य प्रसाधन तक में किया जाता है। इसलिए सरकार पौधे से लेकर फसल बिकने तक कई तरह की सब्सिडी प्रदान कर रही है।
सरकार द्वारा इसके लिए नेशनल मिशन-एडिबल ऑयल शुरु किया गया है।
पाम ऑयल से फायदा Benfit of Palm Oil-
एक हेक्टयर में जितना सरसो का तेल होता है यदि उतने में पाम की खेती करे तो सरसो के तेल से तीन गुना अधिक पाम ऑयल प्राप्त होगा।
विविध–
भारत हर साल 90 लाख टन पाम ऑयल को आयात करता है।
भारत द्वारा पाम ऑयल को इंडोनेशिया और मलेशिया दोनो देशो द्वारा आयात किया जाता है।
पाम तेल के उत्पादन में इंडोनेशिया पहले स्थान पर है इसके बाद मलेशिया, ग्लाटेमाला और जर्मनी है।
भारत द्वारा कुल पाम तेल के आयात का 70 प्रतिशत इंडोनेशिया द्वारा किया जाता है।
बीएल एग्रो ऐसी कंपनी है इंडोनेशिया और मलेशिया से पाम ऑयल को भारत में आयात करती है।
पाम तेल के आयात में भारत सरकार का 50 हजार करोड़ सालाना खर्च होता है।
इसका अधिक इस्तेमाल से हृदय से सम्बन्धित बिमारी होने की सम्भावना रहती है।
इसको पचाने में बहुत मुश्किल होता है।