मेरुरज्जु Merurajju-
Merurajju सेन्ट्रल नर्वस सिस्टम का पार्ट है जो मस्तिष्क का पिछला भाग medulla oblongata से शुरु होकर मेरुदण्ड के अंदर चला जाता है। यह कह सकते है की बैकबोन इसको पुरी तरह के कवर किया होता है। यह ब्रेन तथा शरीर के बीच मेडियेटर का काम करता है। यदि शरीर में कुछ भी हलचल होता है तो यह ब्रेन को बताता है। दुसरे शब्दो में कहा जाय तो मेरुरज्जु को सेकेण्ड ब्रेन कहा जाता है। इसके अलावा इसको और विभिन्न नामो से जानते है जैसे -स्पाइनल कार्ड, सुषुम्ना
मेरुरज्जु क्या है What is the Merurajju –
मेरुरज्जु तंत्रिका त्रंत का वह भाग है जो शरीर में हुए प्रतिवर्ति क्रिया को कंट्रोल करता है। यह जो प्रतिवर्ति क्रिया करता है उसमे इसका साथ मेरुरज्जु से निकले 31 जोड़ी नसे करती है।
मेरुरज्जु के कार्य Work of Merurajju-
शरीर में होने वाली प्रतिवर्ति क्रियाएँ Spinal cord द्वारा नियत्रित होती है जैसे- छींक आना,हृदय का स्पंदन,श्वास लेना,पाचन क्रियाएँ,मलमुत्र त्यागना, पलक का झपकना,
मेरुरज्जु के अंदर कौन सा द्रव्य पाया जाता है-
मेरुरज्जु में दो द्रव्य पाये जाते है
श्वेत द्रव्य इस द्रव्य का निर्माण न्यूरोन के तंत्रिकाक्ष से होता है
धुसर द्रव्य का निर्माण न्यूरान के कोशिकाय से होता है। जिसमें श्रंग और अधर श्रंग पाया जाता है।
मेरुरज्जु में धुसर द्रव्य परिधि की ओर होता है और श्वेत द्रव्य अंदर की ओर होता है जबकि ब्रेन में इसका उल्टा होता है ।
मेरुरज्जु की सुरक्षा Protection of Merurajju-
जिस प्रकार कपाल और झिल्ली से होता है उसी प्रकार मेरुरज्जु की सुरक्षा मेरुदण्ड और तीन झिल्लीयां ड्युरोमेटर,एरेकेनोइड,पायामेटर करती है।
मेरुरज्जु की गुहाए Merurajju of cavities-
ड्युरोमेटर, एरेकेनोइड, पायामेटर के बीच में मेरुरज्जु की गुहाए पायी जाती है। जो इस प्रकार है। सबड्युरल गुहा, सब एरेकेनोइड गुहा
विविध–
मेडुला ओबलागाटा ब्रेन स्टेम के नीचे पाया जाता है। इसके अंदर कार्डियोवैस्कुलर सेंटर होता है। इससे शरीर की सबसे लम्बी क्रेनियल नर्व निलकती है। इसको वेगस नर्व कहते है।
ब्रेन स्टेम हमारे मस्तिष्क के पीछे की तरफ का एक भाग है। ब्रेन का यह हिस्सा हमारी क्रियायो का संचालन करता है।
प्रतिवर्रित क्रिया को नियत्रित करने का काम मेरुरज्जु करता है।
मेरुरज्जु को सेकेण्ड ब्रेन भी कहते है।
मेरुरुज्जु मेरुदण्ड के मेरुनाल में सुरक्षित रहता है।
स्पाइनल कार्ड की तरफ जब रक्त का प्रवाह बाधित होता है तो स्पाइनल स्ट्रोक होता है।
जब स्पाइनल कार्ड डिसॉर्डर होता है तो गर्दन और कमर दर्द में शिकायत होता है।
आइये जानते है मेरुरज्जू के बारे में