शंघाई सहयोग संगठन SCO Summit –
अप्रैल 1996 में चीन, रुस, कजाख्स्तान, किर्गीस्तान, ताजिकिस्तान द्वारा एक मीटिंग हुआ था। ये सभी देश आपस में एक दूसरे के लिए नस्लीय और धार्मिक तनावो से निपटने के लिए मदद करने के लिए रजामंदी जाहिर की थी। तब जाके इस संगठन का निर्माण 15 जून 2001 को चीन,रुस,कजाख्स्तान, किर्गिस्तान,ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के मुखिया द्वारा किया गया था। उस समय इसको शंघाई 5 के नाम से जाना जाता था। उस समय इस संगठन के सबसे मजबूत देश में रुस और चीन थे। धीरे- धीरे समय बीता इसके सदस्यो की संख्या भी बढ़ती गयी। इस समय की बात किया जाय तो इसके सदस्य देशो में भारत और पाकिस्तान भी शामिल है आइये इसके बारे और भी बाते जानत है
SCO Summit का फुल फार्म-
SCO Summit का फुल फार्म है Shanghai Cooperation Organisation Summit जिसको हिन्दी में शंगाई सहयोग संगठन के नाम से जानते है
इसके सदस्य देश Member of SCO Summit-
जब इसकी स्थापना 2001 में किया गया था। उस समय इसके सदस्य देश चीन,रुस,कजाख्स्तान, किर्गिस्तान,ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान थे। समय के साथ इसके सदस्य देशो की संख्या बड़ी जैसे 2005 में भारत और पाकिस्तान को पर्यवेक्षक के रुप में शामिल किया गया था । कुछ साल बाद 2017 में SCO summit के 17वीं मीटिंग में यह तय किया गया है कि इन दोनो देशो को पूर्ण सदस्य के रुप में शामिल कर लिया गया। अब सदस्यो देशो की संख्या 8 हो गयी। इस समय इसका नया सदस्यद श ईरान है जिसको लेकर इसके सदस्य देशो की संख्या 9 हो गयी है ।
शंघाई सहयोग संगठन का उद्देश्य Aim of Shanghai Cooperation Organisation –
इसकी स्थापना के पीछे का उद्देश्य यह था कि लोगो के बीच नस्लीय और धार्मिक चरमपंथ को समाप्त करना।
बिजनेस और इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देना।
SCO शिखर सम्मेलन में आमतौर पर 2 सत्र होते है
एक प्रतिबंधित सत्र जो SCO सदस्य देश के लिए
एक विस्तारित सत्र जिसमे पर्यवेक्षको और विशेष आमंत्रितो की भागीदारी शामिल होती है।
22 वां SCO शिखर सम्मेलन-
SCO का 22वां शिखर सम्मेलन उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजिक किया गया है।
इस शिखर सम्मेलन में भारत की तरफ से भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा भाग लिया गया है
20,21,22 वां SCO शिखर सम्मेलन की खास बात-
शंघाई सहयोग संगठन दो साल बाद गुरुवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में अपना पहला व्यक्तिगत शिखऱ सम्मेलन आयोजित करेगा।
इससे पहले का सम्मेल किर्गिस्तान के बिश्केक 2019 में आयोजित किया गया था।
2020 में मास्को शिखर सम्मेलन कोविड के कारण 10 नवंबर 2020 को विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजिक किया गया था। इसकी अध्यक्षता रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की थी।
2021 में ताजिकिस्तान की राजधानी दुशान्बे में हाइब्रिड मोड में आयोजिक किया गया था।
एससीओ पर्यवेक्षक राज्यो में अफगानिस्तान , बेलारुस और मंगोलिया शामिल है। जबकि संवाद भागीदारो में नेपाल, श्रीलंका,तुर्की, कंबोडिया के साथ अर्मेनिया और अजरबैजान को शामिल किया गया है।
SCO Summit 2023 की मेजबानी-
एससीओ 2023 की मेजबानी भारत द्वारा की जायेगी इसके लिए सभी देशो ने भारत को बधाई दी है।
विविध-
प्रधानमंत्री मोदीने उज्बेकिस्तान के पहले राष्ट्रपति इस्लाम करीमोव को पुष्पांजलि अर्पित की
उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव से मुलाकातकी।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात की।
रुस के राष्ट्रपित व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद इन्होने कहा कि आज का समय युद्ध का नही है।
एससीओ शिखर सम्मेलन पर तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के साथ द्विपक्षीय बैठक की।