मेटावर्स Metaverse –
टेक्नालॉजी दिन पे दिन विकसित हो रही है हर दिन नये- नये आविष्कार हो रहे है जब कम्प्युटर का आविष्कार हुआ था। तब लोगो को विश्वास नही था की एक समय ऐसा आयेगा की विश्व के सभी व्यक्ति कम्प्युटर पर आश्रित हो जायेगा। लेकिन जैसे ही इन्टरनेट का विकास हुआ लोगो को इन्टरनेट के फायदे के बारे में पता चला लोग इसका फायदा लेने के लिए इससे जुड़ने लगे। इन्टरनेट के द्वारा लोगो को विश्व में होने वाले हर नयी खोज के बारे तुरन्त पता चल जाता है और उसका फायदा भी वह तुरन्त लेना चाहता है। नयी खोज का विश्व के तमाम लोगो द्वारा प्रयोग करने से उसके फायदे और नुकसान तुरन्त पता चल जाता है। लोगो के लिए इन्टरनेट इतना उपयोगी बनता जा रहा है लोगो को यह विश्वास नही होता है कि आगे हमे इन्टरनेट से और कौन से फायदे हो सकते है।जैसा कि हम जानते है इन्टरनेट का उपयोग करके हम विश्व की सभी जानकारी चन्द सेकेण्ड में प्राप्त कर सकते है या किसी भी जानकारी को चंद सेकेण्ड में विश्व के किसी भी हिस्से में पहुंचा सकते है। टेक्नालॉजी के इस युग में वैज्ञानिको द्वारा दिन प्रतिदिन नये आविष्कार होते रहते है। आइये टेक्नालॉजी का नया आविष्कार जिसको हम Metaverse के नाम से जानते है इसके बारे में जानते है मेटावर्स आपको किस प्रकार की सुविधा प्रदान करता है और इसका प्रयोग लोगो द्वारा किस प्रकार किया जाता है। आइये इस मेटावर्स के बारे में विस्तार से जानते है।
मेटावर्स क्या होता है What is the Metaverse –
मेटा शब्द को ग्रीक से लिया गया शब्द है जिसका मतलब होता बियान्ड मतलब बाहर का वर्स शब्द युनिवर्ष से लिया गया है। मेटावर्ष AI टेक्नालॉजी का प्रयोग करके बनायी गयी एक ऐसी दुनिया जहां पर आप वर्चुअल रुप में एक साथ एक से अधिक स्थान पर अपनी उपस्थिती दर्ज करा सकते है। इस टेक्नालॉजी का फायदे लेने के लिए इंटरनेट,आवश्यक डिजीटल उपकरण और प्रौद्योगिकी के रुप में ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, मशीन लर्निग के इस्तेमाल करने की जानकारी होनी चाहिए।
मेटावर्स का इतिहास History of Metaverse –
इस शब्द को सर्वप्रथम 1992 में नील स्टीफेन्सन द्वारा अपनी किताब स्नो क्रश में प्रयोग किया गया था। इस शब्द का इस्तेमाल एक ऐसी दुनिया के लिए किया गया था पूरी तरह से काल्पनिक हो लेकिन इसमे लोग वह सारे काम कर सकते थे जो वास्तविक जीवन में कर सकते है। जैसा की हम जानते है स्नो क्रश एक काल्पनिक दुनिया के बारे में बताता है जबकि मेटावर्स इसी पर आधारित है जो की सच हो रहा है। क्योकि मेटावर्स अभी शुरुआती दौर में है बहुत सारी कंपनी इस पर काम कर रही है। जिस हिसाब से इस पर काम हो रहा उससे लगता है कि मेटावर्स का प्रयोग हम 10 साल के अंदर करने लगेगें।
मेटावर्स की आवश्कता क्यो है Why need of Metaverse –
जैसा की आप जानते है COVID महामारी के दौरान लोगो को घर से सारे काम काज करन पड़ते थे। सरकार लोगो के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा थी । ऐसे समय में लोगो को मेटावर्स की आवश्यकता महसूस हुयी थी।
जब भी कोई वस्तु आप ऑनलाइन खरीदते है तो वह वस्तु आपके पास आने के बाद कुछ परिवर्तित हो जाता था या सही से नही बैठता है तो इसके लिए मेटावर्स की आवश्यता महसूस हुयी।
यदि आप अपनी उपस्थित एक से अधिक स्थानो पर एक साथ दर्ज कराना चाहते है तो मेटावर्स की आवश्यकता पड़ेगी।
कौन कौन सी कंपनी मेटावर्स पर काम कर रही है Whic company work on Metaverse –
Microsoft – Microsoft मेटावर्स पर काफी तेजी से काम कर रही है वह इस प्रोजेक्ट का नाम MESH रखा है
Facebook- फेसबुक द्वारा भी इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है वह इस प्रोजेक्ट का नाम Meta रखा है।
इनके अलावा और भी कंपनी हो जो मेटावर्ष पर काम कर रही है जैसे- Google की अल्फावेट और Apple ,Snapchat और Epic Games कंपनी ।
मेटावर्स पर बनी 5 टॉप मूवी Top Movies based on Metaverse –
- Matrix
- ट्रान
- The Thirteenth Floor
- Ready Player One
- Dark city
मेटावर्स के लिए आवश्यक टूल Tool use on Metaverse –
मेटावर्स के फायदा लेने के लिए मुख्य रुप से कुछ टूल की आवश्यकता होगी जैसे-
- Internet
- युजर आईडी
- Virtual Reality Head Set or Smart Glasses
- Motion Tracking Device
मेटावर्स से हानी Disadvantage of Metaverse –
- मेटावर्स का प्रयोग वही लोग कर सकते है जिनके पास हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा होगी।
- मेटावर्स के आने के बाद लोगो के बीच की दुरी और बढ़ जायेगी।
- मेटावर्स के द्वारा आपको लोगो से मिल सकते है लेकिन आप फिजिकल रुप में कोई बदलाव नही कर सकते है।
- जैसा की आप सभी लोग यह जानते है इन्टरनेट के द्वारा कोई भी लेन देन या सर्फिंग सेफ नही है तो यह कैसे सेफ हो सकता है।
- भविष्य में मेटावर्स बहुत सारी कंपनी काम कर रही होगीं जो अपने अनुसार उस मेटावर्स को चलायेगीं। यदि आप उन कंपनी के मेटावर्स का प्रयोग करते है तो आपको उनकी शर्त को पूरा करना होगा।
विविध-
- मेटावर्स को इंटरनेट का इंटरनेट का 2.0 कहा जाता है।
- मेटावर्स में प्लाट की बिक्री शुरु हो गयी है।
- आभासी दुनिया में भारत की पहली शादी 6 फरवरी तमिलनाडु के एक जोड़े ने करने का एलान किया।
- वर्चुअल दुनिया में यदि आप किसी शापिंग माल में जाते है और वहां पर यदि आपको कोई वस्तु पसंद आ जाती है तो आप उसे डिजिटल करेंसी की मदद से खरीद भी सकते है।
- बताया जाता है 2035 तक मेटावर्स इन्डस्ट्री 75 लाख करोड़ की होने की संभावना है।
- मेटावर्स तकनीक थ्री डी होलोग्राम तकनीक पर कह सकते आधारित है।