माउस(Mouse)-
Mouse कम्प्युटर के हार्डवेयर का एक भाग जिसका इस्तेमाल इनपुट डिवाइस के रुप में किया जाता है इसके प्रयोग से कम्प्युटर पर होने वाले एक्सन को आसान बनाया जाता है। इसमे तीन प्रकार के बटन होते है जिनकी सहायता से कम्प्युटर की कार्यविधि को आसान बनाया जाता है। यदि यह माउस न होता तो कम्प्युटर पर काम करना काफी कठिन होता। माउस पहले वर्जन को सर्वप्रथम 1968 में प्रदर्शित किया गया था। आइये माउस के बारे में विस्तार से जानते है।
माउस क्या होता है(What is the Mouse)-
माउस एक इनपुट डिवाइस है इसको हम प्वाइंटिंग डिवाइस के नाम से भी जानते है। इसके द्वारा कम्प्युटर को आदेश देने का काम किया जाता है।
माउस का इतिहास(History of Mouse)-
माउस का आविष्कार उस समय किया गया जब कम्प्युटर का आकार एक कमरे के बराबर होता था उस समय तक कीबोर्ड की सहायता से कम्प्युटर पर काम किया जाता था। माउस के आविष्कार से कम्प्युटर में नई क्रांति का जन्म हुआ क्योकि माउस के आविष्कार से कम्प्युटर में कार्य करने की गति तेज हो गयी।
माउस की खोज Invented of Mouse-
पहली बार माउस को 1968 में प्रस्तुत किया गया था तब इसको बग के नाम से जानते थे लेकिन इन्होने इसका आविष्कार 1960 में किया था। डगलस माउस के आलावा 45 और आविष्कारों का पेटेंट है। इनके स्केच के आधार बिल इंग्लिस ने 1963 में लकड़ी का माउस बनाया था जिसको चलाने के लिए दो पहिये का प्रयोग किया गया था।
जैक हॉली जो बिल इंगलिस डगलस के काम से प्रभावित थे। इन्होने उसी को आधार मानकर 1972 में पहला डिजिटल माउस जीरॉक्स पार्क को डिजाइन किया । जो सीधे सूचना को भेजता था। इस माउस में एनॉलाग सिग्नल को डिजिटल में बदलने की जरुरत नही पड़ती थी। इस माउस में पहली बार जिस बॉल का प्रयोग किया गया था वह मेटल की बॉल थी।
माउस का पहली बार प्रयोग First time use of Mouse-
माउस के प्रदर्शन के लगभग 20 साल बाद 1981 में 8010 कम्प्युटर के साथ इसको बाजार में उतारा गया था। उस समय इस कम्प्युटर की कीमत 16000 डॉलर थी। इसमें जो माउस का प्रयोग किया गया था उसमे एक बाल दो बटन होते थे।
माउस के प्रकार Type of Mouse-
मुख्यतः माउस दो प्रकार के होते है –
1-मकैनिकल माउस mechanical mouse –
इस प्रकार के माउस की खोज बिल इंगलिस द्वारा किया गया था। इस प्रकार के माउस में बाल का प्रयोग किया गया था जिसमे बाल के मूव करने पर ही कर्सर मूव करता था। इस प्रकार के माउस में सेन्सर लगा होता था जैसे ही माउस को इधर उधर ले जाते है वैसे सेन्सर के द्वारा पता चल जाता था कि बाल मूव कर रहा है।
2- आप्टिकल माउस optical mouse-
आप्टिकल माउस में रबर बॉल के स्थान पर LED(Light Emitting Diode) का इस्तेमाल किया जाता था। इस प्रकार के माउस में माउस के मूवमेन्ट को आप्टिकल सेन्सर के मदद से ट्रैक किया जाता था। इस समय इसी प्रकार के माउस का प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार के माउस को हम कपड़े, फर्श, लकड़ी कर सकते है। यह विभिन्न प्रकार के होते है। इस प्रकार के माउस को पहली बार माइक्रोसाप्ट द्वारा 1999 में पेश किया गया था।
a-वायर माउस Wire Mouse
इस प्रकार के माउस मे वायर का प्रयोग किया जाता है क्योकि इस वायर की सहायता से ही कम्प्युटर से सिग्नल माउस तक जाता है।
यह दो प्रकार के होते है
1-USB Mouse-
इस लगभग सभी कम्प्युटर में इसी प्रकार के माउस का प्रयोग किया जाता है क्योकि USB Mouse का प्रयोग अन्य डिवाइसो में कर सकते है जैसे- नोटपैड, मोबाइल, कम्प्युटर, लैपटाप आदि।
2-PS/2 Mouse
इस प्रकार के माउस का डेवलप IBM द्वारा1987 में किया गया था। इस 6 पिन का प्रयोग किया जाता है।
b-वायरलेस माउस Wireless mouse
इस प्रकार के माउस में वायर का प्रयोग नही किया जाता है। इस प्रकार के माउस का प्रयोग करने के लिए मेडियेटर की आवश्यकता पड़ती है जैसे ब्लयुटूथ
माउस के द्वारा कम्प्युटर में सिग्नल भेजने के लिए माउस में बैटरी का होना आवश्यक होता है जो माउस को ऑन करता है।
3-टच पैड माउस Touch pad Mouse
यह भी एक प्रकार का इनपुट डिवाइस होता है इस प्रकार के टचपैड का प्रयोग लैपटाप या कुछ की-बोर्ड में प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार के टच पैड में अंगुलियो के सहारे करसर को मूव कराया जाता है।
4-गेमिंग माउस Gaming Mouse
गेमिंग माउस अन्य माउस से अलग होते है क्योकि जो नार्मल माउस होते है उन्मे तीन बटन होते है जबकि गेमिंग माउस में तीन से अधिक बटन होते है जो अलग अलग काम करते है।
5- ब्लयुट्रूथ माउस Bluetooth Mouse-
इस प्रकार का माउश वायरलेस की श्रेणी में आता है ब्लयुट्रुथ माउस का रेजं अधिकत्तम 10 मीटर होता है। इस प्रकार के माउस में रेंज जितना अधिक होगा काम करने की क्षमता उतनी घटती जाती है।
6-लेसर माउस Laser Mouse-
इस प्रकार माउस भी वायरलेस की श्रेणी में आता है। इसमे माउस के मूवमेन्ट के लिए लेजर लाइट का प्रयोग किया जाता है। आप्टिकल माउस की तरह इसमे कोई मूवमेन्ट वाला पार्ट नही होता है। यह आप्टिटकल की तुलना मे अच्छी तरह काम करता है। इसका प्रयोग 1998 मे सन माइक्रोसिस्टम द्वारा पहली बार किया गया था। 2004 में लॉजिटेक द्वारा पहली व्यसाहियक उपयोग किया गया था। इस प्रकार के माउस कास्टली होते है। इसका रेजोजल्युशन 6000 DPI होता है।
7- ट्रैक बाल माउस Track Bal Mouse –
यह अन्य माउस से अलग होता है इसमे माउस के बाये साइड में एक रबर की बाल होती है जहां प र अंगुठे की पकड़ होती है। इसके अलावा इसमे तीन और बटन होती है जो लेफ्ट राइट और स्क्राल के लिए प्रयोग करते है।अन्य माउस में कर्सर को मूव करने के लिए माउस के स्थान को परिवर्तन करना होता है लेकिन इस माउस जो बाल रहता है उसको मूव करना होता है।
8- 3डी माउस 3 D Mouse-
3डी माउस को पहली बार 1990 के दशक के अंत में कैनटक द्वारा पेश किया गया था। इस प्रकार के माउस को अपनी अंगुली में पहन सकते है इसमे ब्लूट्रूथ आप्शन दिया गया है जिसकी सहायता से मन चाहा काम कर सकते है। इसको 30 फीट की दूरी से प्रयोग कर सकते है।
9-फिंगर माउस Finger Mouse-
इस प्रकार के माउस को हथेली की बीच वाली अंगुली में पहन कर प्रयोग कर सकते है। इसका कुल भार 35 ग्राम होता है। इसमे लेफ्ट या राइट बटन को प्रेस करने के लिए अगुंठे का प्रयोग किया जाता है।
10- पेन माउस Pen Mouse
इस प्रकार के पेन को GSTick Pen के नाम से जानते है। इस प्रकार के पेन का प्रयोग गेम, डिजटल डिजाइन या ग्राफिक्स में किया जाता है । वायरलेस जीस्टिक्स पेन विन्डोज, मैक, लिनक्स पर काम करता है इसकी संवेदनशीलता 1200 DPI है।
माउस बनाने वाली प्रमुख कंपनी Important company of Mouse –
भारत में माउस जिन कंपनी के अधिक लोगो द्वारा प्रयोग किये जाते है वो निचे दिये गये है।
- HP
- Dell
- Lenovo
- Logitech
- Eleven
- Zebronic
- Razer DeathAdder
- ProDot
- Ant Esports
- Quantum