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PDF पीडीएफ-

हर वह व्यक्ति जो कम्प्युटर या एन्ड्रायड मोबाइल का प्रयोग करता है वह कभी न कभी पीडीएफ एप्लीकेशन का प्रयोग किया होता है। या कह सकते है जो व्यक्ति किसी डाक्युमेन्ट को मोबाइल या कम्प्युटर से किसी अन्य मोबाइल या कम्प्युटर पर भेजता है तो वह इसको पीडीएफ फार्म में ही भेजना चाहेगां। यह पीडीएफ बड़े ही काम की चीज है कम्प्युटर के इस टॉपिक में हम जानेगें PDF फाइल के बारे में कि पीडीएफ क्या है, पीडीएफ का इतिहास, पीडीएफ कैसे बनाये, पीडिएफ के फायदे और भी बहुत सारी बाते..

पीडीएफ क्या है (What is the PDF)-

यह एक प्रकार की फाइल होती है जिसको विभिन्न प्रकार के आपरेटिंग सिस्टम में ऐक्सेस किया जाता है। इसका पूर्ण रुप Portable Document Format होता है। जैसा की नाम से ही पता चलता है पोर्टेबल डाक्युमेन्ट मतलब आसानी से कही भी ले जाना लेकिन आसानी से इसको इडिट न कर पाना।

पीडीएफ का इतिहास History of PDF-

Adobe System जो अमेरिका की बहुराष्ट्रीय साफ्टवेयर कंपनी है इस कंपनी के द्वारा पीडीएफ का 1990 में प्रस्तुत किया गया था।

1991 में. एडोप के सह-संस्थापक डॉ जॉन वानाक ने द कैमलॉट प्रोजेक्ट में पेपर-टू-डिजिटल क्रांति की शुरुआत की थी। इनका लक्ष्य था किसी को भी किसी एप्लिकेशन कोई भी दस्तावेज प्राप्त करने मे परेशानी न हो अथवा प्रिंट करने में दिक्कत न हो। 1992 Camelot PDF में विकसित हो चुका था। 1993 में लोगो के लिए PDF उपयोग करना फ्री था।

यह इतना पापुलर हुआ कि 2008 से इसका रखरखाव (IOS)International Organization for standardization द्वारा किया जाने लगा। आज के सयम देखा जायतो PDF विश्व में काफी लोकप्रिय साफ्टवेयर है।

PDF का प्रयोग-

जब हम किसी भी टेक्सटया इमेज डेटा को किसी के पास भेजते है तो डर इस बात का रहता है कि हमारा जो टेक्सट या इमेज डेटा है कही किसी के द्वारा संशोधित तो नही हो रहा है इस संशोधन से बचने के लिएहम उस फाइल को पीडीएफ में बदल देते है। आइये हम जानते है जो फाइल पीडीएफ में बदल जाती है वह किस प्रकार सुरक्षित रहती है।

सपोर्ट-

यह साफ्टवेयर सभी प्रकार के ओएस( विन्डोज,मैक, एन्ड्रायड) में सपोर्ट करता है।

लिंक-

किसी भी PDF फाइल में आप हाईपरलिंक के माध्यम से विभिन्न प्रकार की फाइल को जोड़ सकते है।जिससे एक प्रकार की फाइल में रहकर विभिन्न प्रकार के फाइलो का प्रयोग कर सकते है।

सिक्योरिटी-

इस सुविधा के द्वारा आप अपने फाइल को सुरक्षा प्रदान कर सकते है। ताकि कोई भी अन्य व्यक्ति जिसको आप नही जानते है वह प्रयोग न कर सके।

पेज की संख्या-

एक पीडीएफ फाइल में 15477 पेज हो सकती है जो कि बहुत सारे पेज का संग्रह हो सकता है।

सर्च कमान्ड-

जैसा कि हम जानते है कि हमारा पीडीएफ फाइल बहुत सारे पेज का संग्रह है जिसमे यदि किसी स्पेशल डेटा को खोजना हो तो एडोब इसमे सर्च कमान्ड देता है जिसके द्वारा हम अपने निश्चित शब्द पर तुरन्त पहुंच सकते है।

PDF को ओपेन कैसे करे-

आप सभी को पता है जो पीडीएफ फाइल होती है वह सिर्फ PDF Reader में ही ओपेन हो सकती है यदि आपके पास पीडीएफ रीडर नही है तो आपके पास इंटरनेट की सुविधा होनी चाहिए यदि आप के इंटरनेट की सुविधा है तो आप इनको ब्राउजर की सहायता से ओपेन कर सकते है।

टॉप 5 पीडीएफ साफ्टवेयर-

  • Adobe Acrobat Reader
  • PDF Xchange
  • Slim PDF
  • Nitro Reader
  • Foxit Reader

विविध-

  • पीडीएफ में बना हुआ डेटा उसी प्रकार सेव होगा जिस प्रकार वह बना होगा। (डिजाइन,स्टाइल,फान्ट सभी सेम रहेंगा।)
  • पीडीएफ फाइल को कम्प्युटर और मौबाइल दोनो में ओपेन कर सकते है।
  • Google Chrome आपको यह सुविधा प्रदान करता है कि आप जो भी फाइल(टेक्सट या इमेज) ब्राउजर में ओपेन किये है उसको पीडिएफ फार्म में बदल सकते है।
  • माइक्रोसाफ्ट भी अपने एप्लीकेशन साफ्टवेयर में यह सुविधा प्रदान कर रहा है आप अपने फाइलो को पीडीएफ फार्म में बदल सके।
  • पीडीएफ आपको यह सुविधा प्रदान करता है कि आप उसमे उपस्थित डेटा को हाइलाइट कर सके।
  • जिस प्रकार आधार कार्ड में डिजिटल सिग्नेचर होता है उसी प्रकार आप अपने पीडीएफ फाइल में डिजिटल सिग्नेचर लगा सकते है। जो एक युनिक पहचान होती है।
  • पीडीएफ आपको यह सुविधा प्रदान करता है कि आप किसी भी डेटा पर डायरेक्ट पहुँच सकते है उसके लिए Ctrl +F बटन को प्रेस करना होता है।
  • अगर हमारे सिस्टम में एडोब एक्रोबेट सॉफ्टवेयर नहीं है तो भी इसे किसी भी इन्टरनेट ब्राउज़र जैसे गूगल क्रोम, मोज़िला firefox, इंटरनेट एक्सप्लोरल, ओपेरा मिनी, सफारी या अन्य किसी भी ब्राउज़र में खोल सकते है और पढ़ सकते है
  • पीडीएफ को आसानी से प्रिंट कर सकते है।
  • पीडीएफ फाइल में उपस्थित डेटा को रीड करने के लिए कंपनी द्वारा कुछ लिमिटेशन बनाये गये है –
  • किसी भी PDF फाइल को पढ़ने के लिए आपके सिस्टम में PDF रीडर या इंटरनेट होना आवश्यक है अन्यथा आप उस फाइल को रीड नही कर सकते है।
  • एक बार किसी भी फाइल को यदि आप पीडिएफ में बदल दिये तो आप उसको आसानी से इडिट नही कर सकते है यदि आप इडिंट करना चाहते है तो आपको कंपनी को शुल्क देना पड़ेगा।
  • किसी भी पीडीएफ फाइल की साइज पहले से निर्धारित होती है। है।
  • पीडीएफ फाइल में डेटा उसी तरह दिखेगा जिस तरह आप उसे हार्ड कापी में देखते है।
  • किसी भी पीडीएफ फाइल को पीडीएफ एक्सेंटशन के साथ सेव किया जाता है।

आइये ब्राउजर क्रोम के बारे में जानते है

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