कोरोना वायरस-
कोरोना वायरस जो चीन के वुहान सीटी से निकल कर पूरे विश्व को हिला कर रख दिया हर वह देश जो विकसित है, या विकासशील है सभी देश की जनता इस वायरस से परेशान हो गयी थी। हर विकसित देश यह सोच कर परेशान था कि जब हमारे देश का यह हाल है तो भारत की इतनी घनी आबादी के बाद उसका क्या हाल होगा। लेकिन भारत ने अपने आप को इतने मजबूती से पेश किया की पूरा विश्व भारत का लोहा मानने लगा लेकिन थोड़ी सी लापरवाही से कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत में इस कदर ताडंव मचा रहा है कि पूरा विश्व चितिंत है कि भारत की किस तरह मदत की जाये। पूरा भारत कोरोना वायरस के डबल म्यूटेशन से परेशान था ही कि इसी बीच प. बंगाल में नये वायरस ने दस्तक दे दी।
देश अभी कोरोना वायरस से चिन्तित था ही कि पं बंगाल में नये कोरोना वायरस के बारे में पता चला है। आज हम इसी कोरोना वायरस के बारे में बात करेगें जिसे ट्रिपल म्यूटेट वायरस के नाम से जानते है
आइये पैरोल के बारे में जानते है
ट्रिपल म्यूटेट वायरस-
कुछ दिनो पहले देश में कोरोना वायरस की नयी वैरिएंट के बारे में पता चला है। कोरोना वायरस के इस नये वैरिएंट को ट्रिपल म्यूटेट वायरस कहा जा रहा है। इस समय देश में ट्रिपल म्यूटेंट कोरोना वायरस (triple mutant variant of coronavirus) भी फैलने लगा है। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पहली बार दिखने के कारण इसे ‘बंगाल वैरिएंट’ भी कहा जा रहा है। इसे B.1.618 के नाम से जानते है। जानकारो के अनुसार यह वायरस अन्य वायरसो से अधिक खतरानक हो सकता है । क्योकि जब वायरस के तीन म्यूटेशन मिलकर एक नया वेरिएंट बनाते है तो इसे ट्रिपल म्यूटेट वायरस कहते है।
अन्य वायरस के तुलना में triple mutant variant वायरस कितना खतरनाक है –
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह वेरिएंट अन्य वेरिएंट्स की तुलना में काफी अधिक संक्रामक है। एनडीटीवी के साथ इंटरव्यू में मैकगिल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. मधुकर राय ने बताया कि यह ट्रांसमिसिबल वेरिएंट है। यह बड़ी संख्या में काफी तेजी से लोगों को बीमार बना रहा है।