केवाईसी का प्रयोग
इस शब्द का इस्तेमाल सबसे अधिक बैकिंग तथा फाइनेंस के क्षेत्र मे किया जाता है। इसे हम Know your Customer के नाम से जानते है बैंकिंग फिल्ड में इसे नये नाम से भी पुकारा जाता है।Know your Client. केवाईसी का मांग आजकल बहुत सारे जगहो पर किया जाता है जैसें- बैंक, सिम लेने पर, विद्यालय में, जब कोई फार्म संस्था कोई वैकेन्सी निकालती है तब मांगा जाता है, जब आप रुम रेन्ट पर लेते है तो तबभी आप से केवाइसी की मांग की जाती है और बहुत सारे जगह पर केवाईसी की मांग की जाती है।
इस शब्द का इस्तेमाल सबसे अधिक बैक में किया जाता है
केवाईसी के रुप में वही डाक्युमेन्ट मान्य होता है जो केन्द्र सरकार द्वारा जारी किया जाता है। यह केवाईसी आप से कब कब मांगी जाती है
जब कोई व्यक्ति बैंक में अपना खाता खोलने जाता है तो उससे केवाईसी की मांग की जाती है ।
केवाइसी के रुप में आप से आधारा कार्ड की मांग की जाती है क्योकि आधारा कार्ड पर व्यक्ति का युनिक आइडेंटिफीकेशन नम्बर होता है तथा साथ में ऐड्रेस प्रूफ भी रहता है। और यह केन्द्र सरकार द्वारा जारी किया जाता है।
ये ऐड्रेस प्रूफ व्यक्ति के स्थान को सम्बोधन करता है कि व्यक्ति किस देश का तथा देश के किस राज्य के किस जिले के किस गांव या मोहल्ले का रहने वाला है। तथा य़ुनिक आइडेंटिफीकेशन व्यक्ति की युनिक पहचान को बताता है।
केवाईसी में क्या क्या शामिल है—
आधार कार्ड इस समय सबसे युनिक केवाईसी डाक्युमेंट माना जाता है।
पेन कार्ड को युनिक आइडेन्टीफिकेशन मानते है लेकिन ऐड्रेस प्रूफ नही मानते है।
पासपोर्ट का युनिक केवाईसी माना जाता है, ड्राइविंग लाइसेंस का माना जाता है, मतदाता पहचान पत्र।
और भी बहुत सारे डाक्युमेन्ट है जो कभी कभी केवाईसी के रुप में मानाी जाती है।
बिजली का बिल का ऐड्रेस प्रुफ होता है
बैंक पासबुक
राशन कार्ड
क्यो जरुरी है केवाईसी-
व्यक्ति के युनिक पहचान के लिए यह जरुरी है ताकी व्यक्ति अपनी पहचान बता सके हम इस स्थान के रहने वाले है।