Digital voter ID
25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। इस तारीख को हर साल चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस दिन जो लोग 18 साल पूरे कर लेते है उनको नयी पहचान मिलती है। उनको यह अधिकार मिल जाता है कि वह देश, राज्य जिले तथा ग्राम का प्रतिनिध चुन सके।
आइये इसके बारे में जानने की कोशिश करते है।
कब से मनाया जाता है –
चुनाव की स्थापना 25 जनवरी 1950 को हुआ था चुनाव आयोग के 61वें स्थापना दिवस पर 25 जनवरी 2011 को देश के राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस का शुभारंभ किया गया। इसका मुख्य विषय समावेशी और गुणात्मक भागीदारी।
इस बार यह 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है
भारत निर्वाचन आयोग ने इस वर्ष 2021 के लिए राष्ट्रीय मतदाता दिवस का थीम रखा है Making our Voters Empowered, Vigilant, Safe and informed .@ECISVEEP pic.twitter.com/Sju59BTibg
— CEO Jharkhand Election (@ceojharkhand) January 21, 2021
सभी मतदाता बनेः सशक्त,सतर्कः, सुरक्षित एंव जागरुक रहे।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस डिजिटल प्लेटफार्म पर आना-
भारत एक लोकतांत्रिक देश है और आप दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मतदाता।देश और अपने ख़ातिर आप अपने सार्वभौमिक मताधिकार का प्रयोग ज़रूर करें।1950 एक टोल फ़्री नंबर है जिस पर कॉल कर आप निर्वाचन या वोटर कार्ड से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं pic.twitter.com/Fqb3Z0twNS
— CEO Jharkhand Election (@ceojharkhand) January 23, 2021
11वं राष्ट्रयी मतदाता दिवस चुनाव आयोग के लिए बहुत खास है क्योकि इस दिन भारत निर्वाचन आयोग पूरी तरह डिजिटल प्लेटफार्म पर आ रहा है। चुनाव आयोग द्वारा e-EPIC मोबाइल ऐप लांच किया जा रहा ह। इसकी ऐप की सहायता से युजर अपने Digital voter id card को घऱ पर बैठ कर डाउनलोड कर सकता है। तथा आवेदन कर सकता है। आवेदरन करने के प्रक्रिया 1 फरवरी 2021 से शुरु होगा। जिससे अब वोटरधारक को सरकारी कार्यालय का चक्कर नही लगाना पड़ेगा।