दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी मोसाद दिल्ली में दस्तक दे रही है Mossad is the Dangerous intelligence agency in Delhi-
दिल्ली में इजरायल दुतावास के सामने हुए धमाके से भारत के साथ इजरायल भी सक्रिय हो गया है जिसने भी यह धमाका किया है उसे पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और खुफिया एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा अब इस जांच में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद भी शामिल हो गयी है।
आइये जानते है मोसाद के बारे में Do you know about the Mosad
मोसाद दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी है या कह सकते है मोसाद दुनिया के किसी भी खतरे से नही डरती है। इसे किलींग मशीन के नाम से भी जानते है।
मोसाद की स्थापना Establishment of Mossad-
इजरायल द्वारा 13 दिसंबर 1949 को तत्कालीन इजरायल के प्रधानमंत्री डेविड बेन गूरियन की सलाह पर की गई थी। 1951 में इसे पुनर्गठित किया गया और प्रधानमंत्री कार्यालय का हिस्सा बनाया गया। इसका निर्माण आतंकवाद से लड़ने के लिए किया गया था।
मोसाद द्वारा विभिन्न देशो में कई आपरेशन किये गए। जैसे –
मोसाद का सबसे मशहूर ऑपरेशन Mossad’s most famous operation-
ऑपरेशन रैथ ऑफ गॉड कहा जाता है जिस पर 2005 में डायरेक्टर स्टीवन स्पीलबर्ग ने म्यूनिख नाम की फिल्म भी बन चुके है।
ऑपरेशन थंडरबोल्ट Operation thunderbolt-
27 जून 1976 को इजरायल से ग्रीस के लिए रवाना हुए एक यात्री विमान को अगवा कर लिया गया था। जिसमें 258 लोग सवार थे। प्लेन लीबिया ले जाया गया। वहां ईंधन भरने के बाद उसे अरब देशों में लैंड कराने की कोशिश हुई मगर वे जानते थे कि इजरायली नागरिकों से भरे इस विमान को अपने यहां रुकवाना कितना खतरनाक है। 28 जून को प्लेन युगांडा की धरती पर लैंड हुआ। युगांडा का तानाशाह ईदी अमीन ने सैनिक तैनात किया ताकी सैनिक बंधको की निगरानी कर सके। आंतकवादीयों ने इजरायल की जेलो में बंद अपने साथियो के रिहा के लिए 48 घंटे का समय दिया । इजरायल की सरकार द्वारा आंतकवादियो से 4 जुलाई का समय मांगा गया। आंतकवादियो को लगा इजरायल सरकार हमारे सामने झुक गई है मोसाद इधर अपना काम कर रही थी। जिस भवन में बंधको को रखा गया था उसका डिटेल मोसाद को मिलने के बाद मोसाद ने 100 कमांडोज के साथ आक्रमण कर दिया जिसमें 7 आंतकवादी तथा 50 से अधिक सैनिक तथा 3 बंधक मारे गये थे। इस तरह इस ऑपरेशन में में लगभग 65 लोगो की मृत्यु हुई थी।
इसके अलावा और भी बहुत सारे मोसाद द्वारा ऑपरेशन किये गये थे।
विविध-
टेल अवीव याफो, इजरायल में है।
इसकी स्थापना 13 दिसम्बर 1949 को किया गया था।
मोसाद की स्थापना के समय इजराय के प्रधानमंत्री डेविड बेन गुरियन थे।
मोसाद ने अमेरिका के लिए ईरान में घुस कर अलकायदा के नंबर दो आतंकी अल मसरी को मार गिराया। फिर ईरान में घुस कर आतंकी अबु मोहम्मद का भी खात्मा किया।
वाई-फाई जिसके कारण इंटरनेट सबके और नजदीक हो गया है
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