कावासाकी वायरस
कोरोना वायरस बीमारी के बीच वैज्ञानिको द्वारा एक नयी बीमारी के आने का संकेत दिये इस बीमारी को कावासाकी नाम दिया गया है। इस बीमारी के लक्षण अभी देश की राजधानी दिल्ली तथा मायानगरी मुम्बई में देखा गया है ।
इस बीमारी को मल्टी सिस्टमिक इंफ्लेमेट्री सिंड्रोम भी कहा जाता है।
इस बीमारी से हार्ट, किडनी, व फेफड़े प्रभावित होते है।
कावासाकी से पीड़ित मरीज 5 दिनो तक बुखार से पीड़ित रहता है, इससे मरीज के शरीर पर चकते व गैस्ट्रो-इंटेस्टिनल परेशानिया हो सकती है। जिससे बच्चो की स्कीन रुखी हो जाती है और हाथ तलवे लाल हो जाती है, इसके अलावा आंखे लाल हो जाती है तथा गले में गिल्टी भी होने की संभावना रहती है।
डाक्टर के मुताबिक जब मरीज का शरीर दूसरे वायरस से लड़ने की कोशिश करता है इस प्रक्रिया में कावासाकी की चपेट में आ जाता है। इस वायरस के चपेट में आया हुआ मरीज कई बार अपने आप भी ठीक हो जाता है।
5 साला से कम उम्र के बच्चो में यह बीमारी अधिक देखने को मिला है। उससे उपर के उम्र के बच्चो को भी बचा के रखना पड़ता है।