G20 Summit-
G20 Summit में यूरोपीय संघ और विश्व के 19 ऐसे देश जो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था है इसमे शामिल है। इस सम्मेलन के द्वारा इसके नेता हर साल किसी न किसी देश में मुलाकात करते है और चर्चा करते है कि अर्थव्यवस्था को आगे कैसे बढ़ाया जाय। बताया जाता है दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी और 75 प्रतिशत कारोबार इन्ही देशो के पास है। इस संगठन को जी-7 के विस्तार के रुप में देखा जाता है।
जी 20 समित का गठनFormation of G20 Summit –
इसका गठन 1999 में हुआ था उस समय इस संगठन में वित्त मंत्री और देश के केन्द्रीय बैंक के गवर्नर शामिल होते थे।
जी 20 संगठन का प्रथम सम्मेलन First Conference of the G20 Summit –
इसका पहला सम्मेलन 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था।
जी 20 संगठन में परिवर्तन Changes in the G20 organization –
इस संगठन में उस समय परिवर्तन हुआ जब 2008 में दुनिया में मंदी का संकट आया था तब यह निर्णय लिया गया है इस संगठन में अब वित्तमंत्री के स्थान पर देश के शीर्ष नेता भाग लेगें। 2008 में संगठन का आयोजन अमेरिका की राजधानी वॉशिगटन में हुआ था।
इस संगठन का आयोजन 2 बार दो साल हुआ था –
इस संगठन का आयोजन 2009 और 2010 में दो बार हुआ था । 2009 का आयोजन लंदन और पीट्सबर्ग हुआ था जबकि 2010 का आयोजन टोरंटो और सियोल में हुआ था।
जी 20 के सदस्य देश Member of G20 Countries –
भारत | अमेरिका | इंग्लैंड | चीन |
रुस | फ्रांस | जर्मनी | कनाडा |
दक्षिण कोरिया | मैक्सिको | सऊदी अरब | साउथ अफ्रीका |
आर्ट्रेलिया | अर्जेटिना | ब्राजील | तुर्की |
इटली | जापान | इंडोनेशिया | युरोपिय युनियन |
important point of G20 Summit
जी 20 संगठन का आयोजन इस बार तीन मुख्य बातो को लेकर हो रहा है-
वैश्विक स्वास्थ्य संरचना-
डिजिटल ट्रान्सफार्मेशन-
स्थायी ऊर्जी ट्रान्जीसन-
प्रधानमंत्री द्वारा इस सम्मेलन में कहे गये वाक्य The sentence said by the Prime Minister in this conference is –
प्रधान मंत्री द्वारा कहा गया कि आज की खाद्य की कमी भविष्य का संकट है जिसका समाधान दुनिया के पास नही होगा।
इस सम्मेलन प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया भारत गरीबी के खिलाफ जंग में टेक्नोलॉजी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
जी 20 का जिम्मा भारत द्वारा ऐसे समय पर लिया जा रहा है। जब विश्व जियो पॉलिटिकल तनावों, आर्थिक मंदी और ऊर्जा की बढ़ी हुयी कीमतो के दुष्प्रभावो से जूझ रहा है। ऐसे समय पर पूरा विश्व जी-20 के सदस्य देशो की तरफ देख रहा है।
वैश्विक विकास महिलाओं के बिना संभव नही है। इसलिए जी 20 एजेंडा में महिलीओं के नेतृत्व को प्राथमिकता देनी होगीं।
विविध Various Sentence –
इस समूह के पास स्थायी सचिवालय व मुख्यालय नही है।
2022 का आयोजन इंडोनेशिया के बाली में हुआ है। जो 17 वां जी शिखऱ सम्मेलन है
यह सम्मेल बाली के तकुआ स्थान सभी नेता एकत्रित हुये थे।
2023 का आयोजन भारत के दिल्ली में 9 व 10 सितंबर को होगा जो 18वां शिखर सम्मेलन होगा।
बाली शिखर सम्मेलन समाप्त होने पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जी 20 शिखऱ सम्मेलन की अध्यक्षता सौपीं गयी।
आधिकारिक तौर पर इसकी अध्यक्षता भारत 1 दिसम्बर 2022 को ग्रहण करेगा।
इस सम्मेलन में भारत की तरफ से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भाग लिया गया था।
इस सम्मेलन में रुस के राष्ट्रपति द्वारा भाग नही लिया गया था।
इस यात्रा पर पीएम मोदी द्वारा 20 से ज्यादा बैठकों में हिस्सा लिया जायेगा। , जिनमें खाद्य, सुरक्षा, ऊर्जा, यूक्रेन संकट जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारत के कटक में इंडोनेशियाई परंपराओं के गीत को बाली महोत्सव में गाया जाता है जो इस समय चल रहा है। यह महोत्सव भारत औऱ इंडोनेशिया के बीच हजारो साल पहले व्यापार को दर्शाता है। यह महात्सव कोडिव के कारण कई साल तक नही मनाया गया है।
भारतीय समुदाय के लोगो से भी इन्होने मुलाकात की।
रुस के राष्ट्रपित के स्थान पर रुस की तरफ से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ शामिल हुए।
G20 देशो के राष्ट्राध्यक्ष Leader of G20 summit –
अमेरिकी के राष्ट्रपति- जो बाइडन
चीन की राष्ट्रपति –शी जिनपिंग
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री –ऋषि सुनक
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति- जोको विडोडो
रुस के राष्ट्रपति – व्लादिमीर पुतिन
इटली के प्रधानमंत्री-जॉर्जिया मेलोनी
आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री-एंथनी अल्बनीस
फ्रांस के राष्ट्रपति-इमैनुएल मैक्रों
कनाडा के प्रधानमंत्री- जस्टिट ट्रूडो
अर्जेटीना के राष्ट्रपति-अल्बर्टो फर्नाजीज
सऊदी अरब के प्रिंस- प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा
जर्मनी की चांसलर- ओलाफ शोल्ज
जापान के प्रधानमंत्री –फुंमियो किशिदा
दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री-हान डक सू
द.अफ्रीका के राष्ट्रपति – एच.ई. श्री सिरिल रामफोसा
तुर्की के राष्ट्रपति –रेसेप तईप एर्दोगन
मैक्सिको के राष्ट्रपति-एंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्रादोर