World first female music player anureet pal kaur in Algoza-
हाल ही में चर्चा में आया अलगोजा, अलगोजा एक वाद्य यंत्र है जो भारत के कुछ राज्यो प्रचलित है और भारत की अनुरीत पाल कौर अलगोजा बजाने वाली भारत ही नही दुनिया की पहली महिला बन गयी है। अलगोजा बजाने के काऱण इनका नाम इंडिका बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है। आइये जानते है anureet pal kaur and Algoza के बारे में-
अनुरीत पाल कौर(Anureet pal kaur) –
यह पंजाब के मोहाली प्रांत की रहने वाली है। इन्के पिता नरिंदर नीना और इनकी माता सुखबी पाल कौर दोनो पंजाबी लोककलाओं से सम्बन्ध रखते है। इन्होने 2017 में अलगोजा बजाना शुरु किया था। उस्ताद के रुप में इन्होने अंतर्राष्ट्रीय अलगोजा वाजक करमजीत सिंह बग्गा को चुना।
अनुरीत पाल कौर इसके अलावा अच्छी घुड़सवार भी है और ये पंजाबी लोकनाच और गतका की भी माहिर है। अपने नाना गुरप्रीत सिंह खालसा द्वारा इन्होने गतके की ट्रेनिंग ली।
अनुरीत पाल कौर की अलगोजा पे पकड़-
Anureet pal kaur बताती है कि उनको यह (Algoza) बहुत पहले से आकर्षित करती थी। जिसकी वजह से हमने इसे सीखने का फैसला किया। सीखने की चाहत की वजह से और उस्ताद करमजीत सिंह बग्गा के सपोर्ट से इसको हमने जल्दी ही सीख लिया। पहली बार जब इन्होने इसको बजाया था जब यह खुशी से फुले नही समा रही थी।
इन्होने कई बार राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्टेज पर बजा कर अपने आप को गर्व महसूस किया ।
अनुरीत पाल कौर अलोगजा को 10 मिनट तक बिना रुके बजा सकती है। जो की बहुत ही कठिन है।
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अलगोजा (Algoza )–
इसको पंजाब में लोकसाज अलगोजा या सतारा या दो नल्ली या जोरही भी कहते है। यह एक बांसुरी जैसा वांद्य यंत्र होता है यह मूल रुप से बांस का बना होता है। इसकी उत्पत्ती को सिंधी संगीत से माना जाता है क्योकि इसको बलोच औस सिंधी संगीताकारो द्वारा पुरी तरह से अपनाया गया था। अलगोजा को पंजाब, राजस्थान और उत्तराखण्ड में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें दो बांसुरी होती है प्रत्येक अलगोजे में 4 स्वर होते है।जिसके पास लम्बे श्वांस और सुरों की अच्छी समझ होती है वही इसको बजा पाता है।