रुद्राक्ष कन्वेंशन सेन्टर (Rudraksh convention center)
भारत और जापान की दोस्ती का प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेन्टर जिसकी नींव 2015 में प्रधानमंत्री मोदी तथा जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा वाराणसी में रखी गयी थी। यह दोनो देश की संस्कृति का प्रतीक भी है।
बजट-
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को बनाने में 186 करोड़ रुपये लगे है।
आकृति-
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की आकृति शिवलिंग की तरह बनाया गया है। इसमे रुद्राक्ष के 108 दानो का प्रयोग किया गया है। ऐसा इसलिए है क्योकि सनातन धर्म के अनुसार रुद्राक्ष माले में 108 दाने होते है।
लोकार्पण-
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 15-07-2021 को इसका लोकार्पण किया गया।
इस सेंटर में 1200 लोगो के बैठने की सुविधा है। इसके अलावा पार्किंग की सुविधा दी गयी है।
दिव्यागजनो की सुविधा की दृष्टि से पूरे परिसर को सुविधाजनक बनाया गया है।
सेंटर के बाहरी हिस्से में 108 सांकेतिक रुद्राक्ष लगाया गया है। ये Rudraksh convention center एल्युमिनियम के बने है।
यह कन्वेंशन सेन्टर 3 एकड़ में फैला है।
बार्डर रोड आर्गनाइजेशन के बारे में जानते है
बिजली आपूर्ति के लिए बिजली के साथ साथ सौर ऊर्जा का भी प्रबन्ध किया गया है।
पीएम रुद्राक्ष के पौधे को रोपेगें-
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए उद्धघाटन के दौरान यहां पर रुद्राक्ष के पौधे को लगायेगें।
जापानी शैली-
यह प्रोजेक्ट जापान के सहयोग से बना है इसलिए इसमें जापानी पारंपरिक तौर तरीके से इसमें बांस के साथ ही रंग बिरंगे कंकड़, बोन्साई पौधे, रंग बिरंगे चटाई, रंगीन लालटेन, चीनी मिट्टी के बर्तन, चावल का पेपर, पुआल का इस्तेमाल कर विशेष क्राफ्ट तैयार किया गया है।