DGP
DGP का फुल फार्म होता डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस है। इसको हिन्दी में पुलिस महानिदेश कहा जाता है। यह पुलिस विभाग का एक बड़ा और सम्मानित पद होता है इस पद के योग्य वो व्यक्ति होता जो आइपीएस किया होता है। यह पुलिस विभाग का शीर्ष पद यह कह सकते है कि अंतिम पद होता है। प्रत्येक राज में एक पद होता है । एक डीजीपी का काम होता है राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाये रखना।
DGP के बारे में-
DGP का फुल फार्म होता डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस है। इसको हिन्दी में पुलिस महानिदेश कहा जाता है। इसकी नियुक्ती आईपीएस बनने के बाद होता है। एक आईपीएस Gazetted officers include all the Indian Police Service officers which are Class I officers of the cadre and all State Police Services officers यह Ministry of Home Affairs के अंतर्गत आता है। DGP राज्यों की पुलिस का सबसे बड़ा अधिकारी होता है।
योग्यता-
DGP बनने के लिए आपको किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना जरुरी है इसके बाद UPSC CIVIL SERVICE की परीक्षा पास करने होती है उसके बाद आप को इंटरव्यू से गुजरना होगा.। इंटरव्यू पास करने के बाद आप आईपीएस बनेगें। अगर आप का काम अच्छा रहा तो बाद में प्रमोशन के द्वारा आप डीजीपी बन जायेगे।
वेतन-
सातवें वेतन आयोग के बाद से पुलिस महानिदेशक की सैलरी 56,100 – 2,25,000 रुपये + ग्रेड पे प्रतिमाह तक प्रदान की जाती है |
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DGP के कार्य-
राज्य सरकार के साथ प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाये रखना।
प्रदेश के सभी जिलो में कानून व्यवस्था बनाये रखना।
राज्य के पूरे पुलिस डिपार्टमेंट को अपने नियंत्रण में रखने के साथ – साथ, पुलिस कर्मियों का जिलेवार प्रबंधन करने की जिम्मेदारी डीजीपी (DGP) के अनुसार किया जाता है |