Internet Explorer
माइक्रोसाफ्ट कंपनी द्वारा 15 जून को Internet Explorer को बंद करने जा रही है। कम्प्युटर का प्रयोग करने वाला हर व्यक्ति इस एप्लीकेशन साफ्टवेयर का प्रयोग किया है क्योकि एक दशक तक Internet Explorer IT के बाजार पर राज किया। जब से Mozilla Firefox Google chrome, UC Browser, Opera Browser ,Dolphin Browser बाजार में आये तब से धीरे धीरे Internet Explorer प्रयोग लोगो द्वारा कम कर दिया गया है। इस समय यदि कहा जाय तो इस ब्राउजर का प्रयोग बहुत कम लोग द्वारा किया जाता है इसलिए माइक्रोसाफ्ट कंपनी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि अब इस ब्राउजर को बंद कर दिया जाय। आइये इस ब्राउजर के बारे में जानते है-
What is Internet Explorer-
यह एक एप्लीकेशन साफ्टवेयर है जिसको हम ब्राउजर के नाम से जानते है इसका प्रयोग इंटरनेट की उपस्थिति में विभिन्न प्रकार के वेबसाइटो पर उपस्थित डेटा को सर्च करने के लिए किया जाता है।
Internet Explorer first version-
यह ब्राउजर पहली बार 16 अगस्त 1995 को Internet Explorer के पहले वर्जन के साथ माइक्रोसाफ्ट के विन्डोज 95 के साथ पेश किया गया था।
Internet Explorer last Version-
इस एप्लीकेशन का अंतिम वर्जन विन्डोज 8 के साथ प्रस्तुत किया गया था।
विन्डोज 10 के साथ इसको Edge Browser के रुप में प्रस्तुत किया गया है।
Internet Explorer का अंतिम समय-
जिस प्रकार हर वस्तु का अंतिम समय होता है उसी प्रकार इंटरनेट एक्सप्लोरर का भी अंतिम समय आ गया। अब माइक्रोसाफ्ट ने यह निर्णय लिया है कि इसको 15 जून को बंद कर दिया जाय। ऐसा इसलिए हुआ क्योकि बाजार में इसके अलावा और भी बहुत सारे ब्राउजर आ गये जिनका प्रयोग लोगो द्वारा अधिक किया जा रहा है वो ब्राउजर है Chrome, Mozilla FireFox, UC Browser, Opera आदि।
विविध-
- माइक्रोसाफ्ट द्वारा इसको समय समय पर इसके विभिन्न वर्जन लांच किये गये।
- 1999 में माइक्रोसाफ्ट ने सिर्फ IE के लिए 1000 कर्मचारी नियुक्त किये थे।
- माइक्रोसाफ्ट द्वारा इसके पहला वर्जन जिस साल लांच किया गया था उसी साल इसके 2 वर्जन लांच किये गये थे।
- 1995 से 2013 तक इसने 11 वर्जन लांच किये थे।
- माइक्रोसाफ्ट द्वारा इसके ऊपर प्रति वर्ष 100 मिलियन डालर खर्च करती थी।
- माइक्रोसाफ्ट द्वारा इसको विन्डोज के साथ फ्री में दिया जाता है।
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