IMEI-
भारत की जनसंख्या 1 अरब 31 करोड़ से अधिक है जिसमे लगभग 80 प्रतिशत से अधिक लोगो के पास मोबाइल मौजुद है इसी प्रकार पूरे विश्व की जनसंख्या लगभग 7.9 अरब जिसमें लगभग 75 प्रतिशत से अधिक लोगो के पास मोबाइल मौजुद है कुछ लोगो के पास तो दो दो मोबाइल मौजुद है। इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल का होना तथा उनको अलग पहचान देने के लिए IMEI नम्बर का प्रयोग किया जाता है।
जिसकी वजह से मोबाइल की अलग पहचान होती है या कह सकते है IMEI मोबाइल की युनिक आईडी होती है।
IMEI नम्बर क्या होता है What is the IMEI-
इसको हम International Mobile Equipment Identity or IMEI के नाम से जानते है। जो किसी भी मोबाइल की युनिक पहचान होती है जिसकी द्वारा किसी भी मोबाइल को ट्रैक किया जाता है। यह15 अंको का कोड होता है जो सभी प्रकार के मोबाइल में पाया जाता है चाहे वह GSM, CDMA and IDNA और कुछ सैटेलाइट वाले फोन में भी पाये जाते है
अपने मोबाइल का आईएमईआई नम्बर पता करें-
अपने मोबाइल का IMEI नम्बर पता करने के लिए अपने मोबाइल से *#06# डायल करें।
इस नम्बर का काम-
इसके द्वारा व्यक्ति की वर्तमान स्थित का पता चलता है कि व्यक्ति कहां पर खड़ा है।
इसके लाभ-
इसका प्रयोग इसलिए किया जाता है ताकि मोबाइल खोने के बाद उसकी वर्तमान स्थित का पता लगाया जा सके।
इसके प्रयोग से चोरो का पता लगाया जाता है।
आईएमईआई नम्बर कैसे बनता है-
IMEI (15 अंक: 14 अंक के साथ एक चेक अंक) या IMEISV (16 अंक) में डिवाइस के सीरियल नंबर, मॉडल और निर्माण के बारे में जानकारी शामिल होती है। IMEI/SV की संरचना को 3GPP TS 23.003 के रूप में निर्दिष्ट किया जाता है।
पेन टैब के बारे में जाने कि किस प्रकार एक अध्यापक किसी को ऑनलाइन पढ़ाता है
डिवाइस के मॉडल पर जो आईएमईआई नम्बर होता है उसका पहला 8 अंक होता है वह टाइप एलोकेशन कोड होता है। और उसके बाद का 6 अंक कंपनी द्वारा निर्धारित सीरियल नम्बर है
विविध-
एक आकड़े के अनुसार भारत में लगभग 2 करोड़ 50 लाख लोग बिना IMEI नम्बर के मोबाइल प्रयोग करते थे.
2009 के बाद बिना आईएमईआई वाले मोबाइल बंद कर दिये गये है।
इसके द्वारा यह पता चलता है कि आपने मोबाइल को कब खरीदा था।